प्रतिक्रिया | Sunday, April 20, 2025

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महाराष्ट्र में बुधवार को अमरावती एयरपोर्ट का उद्घाटन किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुशी जाहिर करते हुए व्यापार और संपर्क को बढ़ावा मिलने की बात कही। केंद्रीय उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू किंजरापू ने इसे मील का पत्थर बताया।

राममोहन नायडू किंजरापू ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा, “बुधवार का दिन विदर्भ के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजीत पवार के साथ अमरावती एयरपोर्ट का उद्घाटन करने का सौभाग्य मिला। प्रधानमंत्री मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में, यह आरसीएस-वीजीएफ वित्त पोषित एयरपोर्ट एलायंस एयर की पहली आरसीएस अमरावती-मुंबई उड़ान के साथ उड़ान भरेगा। इसके अलावा, जल्द ही दक्षिण एशिया के सबसे बड़े एयर इंडिया फ्लाइंग ट्रेनिंग ऑर्गेनाइजेशन (एफटीओ) में एक डेमो उड़ान भी देखी, जो भारत के समग्र विमानन पारिस्थितिकी तंत्र के लिए एक बड़ी छलांग है।”

वहीं, केंद्रीय मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु द्वारा एक्स पर पोस्ट किए गए पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए, पीएम मोदी ने कहा, “महाराष्ट्र, खासकर विदर्भ क्षेत्र के लिए अच्छी खबर है। अमरावती में एक एक्टिव एयरपोर्ट बनने से व्यापार और संपर्क को बढ़ावा मिलेगा।”

राज्य उड्डयन मंत्री मुरलीधर मोहोल ने एयरपोर्ट के उद्घाटन पर खुशी जाहिर करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “एलायंस एयर की पहली उड़ान सेवा, मुंबई-अमरावती-मुंबई का शुभारंभ किया गया और एयर इंडिया के उड़ान प्रशिक्षण संगठन द्वारा एक प्रदर्शन उड़ान भी शुरू की गई। यह विदर्भ के विकास के लिए एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है। उड़ान सेवाओं के साथ-साथ इस हवाई अड्डे से एयर इंडिया के माध्यम से एक पायलट प्रशिक्षण संस्थान भी स्थापित किया गया है।

उन्होंने आगे कहा कि 400 करोड़ रुपये के निवेश और प्रति वर्ष 180 पायलटों की क्षमता के साथ यह भारत का सबसे बड़ा प्रशिक्षण केंद्र होगा। यह हवाई अड्डा कपड़ा उद्योग के साथ-साथ आध्यात्मिक और इको-पर्यटन क्षेत्र को भी बढ़ावा देगा।”

मुरलीधर मोहोल ने एक्स पर लिखा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत 2047 के विजन को पूरा करने में विमानन क्षेत्र निश्चित रूप से महत्वपूर्ण योगदान देगा और पिछले दस वर्षों में इस क्षेत्र में जो सकारात्मक बदलाव हुए हैं, वे ऐतिहासिक हैं। आजादी के बाद से अब तक 70 वर्षों में देश में 74 एयरपोर्ट बनाए गए हैं। पिछले 11 वर्षों में इन एयरपोर्ट की संख्या 160 तक पहुंच गई है। उपलब्ध सुविधाओं के कारण यात्रियों की संख्या भी दोगुनी होकर 380 मिलियन तक पहुंच गई है। आज देश भर में 600 से अधिक विमान सेवा में हैं और 2027 तक 1,100 विमान सेवा में होंगे। भारत का विमानन क्षेत्र दुनिया में तीसरे स्थान पर है और मोदी सरकार 2047 तक एयरपोर्ट की संख्या बढ़ाकर 400 करने के लिए प्रतिबद्ध है।”

 

 

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आखरी अपडेट: 20th Apr 2025