प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्वकर्मा जयंती (17 सितंबर) के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दीं हैं। उन्होंने निर्माण और सृजन से जुड़े कुशल और मेहनती कारीगरों और रचनाकारों को भी सलाम किया। पीएम मोदी ने विश्वास जताया कि विकसित और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को सिद्ध करने में उनका योगदान अद्वितीय रहेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “सभी देशवासियों को भगवान विश्वकर्मा जयंती की अनेकानेक शुभकामनाएं। इस अवसर पर निर्माण और सृजन से जुड़े अपने सभी हुनरमंद एवं परिश्रमी साथियों को मेरा विशेष नमन। मुझे विश्वास है कि विकसित और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प की सिद्धि में आपका अप्रतिम योगदान रहने वाला है।”
श्री विश्वकर्मा पूजा हिंदू पञ्चाङ्ग की ‘कन्या संक्रांति पर पड़ता है। विश्वकर्मा को विश्व का निर्माता तथा देवताओं का वास्तुकार माना गया है। विश्वकर्मा पूजा हिंदू धर्म में ब्रह्मांड के दिव्य वास्तुकार भगवान विश्वकर्मा को समर्पित है। भारत के अलावा नेपाल में भी एक बड़े उत्सव के रूप में मनाया जाता है। भारत के कर्नाटक, असम, पश्चिमी बंगाल, बिहार, झारखण्ड, ओडिशा, त्रिपुरा ओर उतर प्रदेश, आदि प्रदेशों में यह आम तौर पर हर साल 17 सितंबर की ग्रेगोरियन तिथि को मनायी जाती है।
विश्वकर्मा जयंती वास्तुकारों, श्रमिकों, बढ़ई, कारखाने के कर्मचारियों और मैकेनिकों के लिए विशेष पर्व है। इस दिन ये लोग अपनी मशीनों, कंप्यूटरों, वाहनों और अन्य उपकरणों की पूजा करते हैं और भगवान विश्वकर्मा से उनके काम में सफलता की प्रार्थना करते हैं।