प्रतिक्रिया | Monday, January 20, 2025

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पीएम मोदी ने भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो में दिया 7सी मोबिलिटी सॉल्यूशन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को नई दिल्‍ली स्थित भारत मंडपम में छह दिवसीय ‘भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025’ का उद्घाटन किया। इस दौरान पीएम मोदी ने 7सी मोबिलिटी सॉल्यूशन दिया। उन्होंने कहा कि मुझे याद है कि मैंने मोबिलिटी से जुड़े एक कार्यक्रम में 7सी के विजन की चर्चा की थी। हमारे मोबिलिटी सॉल्यूशंस ऐसे हों, जो कॉमन हों, कनेक्टेड हों, कन्वीनिएंट हों, कंजेशन फ्री हों, चार्ज्ड हों, क्लीन हों और कटिंग एज हों। ग्रीन मोबिलिटी पर हमारा फोकस इसी विजन का हिस्सा है। 

आज हम ऐसे मोबिलिटी सिस्टम के निर्माण में जुटे हैं, जो इकोनॉमी और इकोलॉजी दोनों को सपोर्ट करे

पीएम मोदी ने कहा कि आज हम एक ऐसे मोबिलिटी सिस्टम के निर्माण में जुटे हैं, जो इकोनॉमी और इकोलॉजी दोनों को सपोर्ट करे। एक ऐसा सिस्टम हो जो फॉसिल फ्यूल के हमारे इंपोर्ट बिल को कम करे। आज ग्रीन टेक्नोलॉजी, ईवी, हाइड्रोजन फ्यूल, बायो फ्यूल टेक्नोलॉजी के डेवलपमेंट पर हमारा काफी फोकस है। ‘नेशनल इलेक्ट्रिक मोबिलिटी मिशन’ और ‘ग्रीन हाइड्रोजन मिशन’ जैसे अभियान इसी विजन के साथ शुरू किए गए हैं।

इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को लेकर भारत में बहुत तेज ग्रोथ देखी जा रही है

उन्होंने कहा कि बीते कुछ सालों से इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को लेकर भारत में बहुत तेज ग्रोथ देखी जा रही है। बीते दशक में भारत में ईवी की बिक्री में 640 गुना की बढ़ोतरी हुई है। दस साल पहले जहां एक साल में सिर्फ 2,600 के आस-पास ईवी बिके थे, वर्ष 2024 में 16,80,000 से ज्यादा ईवी बिके हैं यानी दस साल पहले जितने इलेक्ट्रिक व्हीकल पूरे साल में बिकते थे और उससे भी दोगुने ईवी एक दिन में बिक रहे हैं। अनुमान है कि इस दशक के अंत तक भारत में ईवी की संख्या आठ गुना तक बढ़ सकती है। ये दिखाता है कि इस सेगमेंट में आपके लिए कितनी ज्यादा संभावनाएं बढ़ रही हैं।

पैसेंजर व्हीकल मार्केट के रूप में देखें तो हम दुनिया में नंबर तीन पर

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने आगे बताया कि भारत आज दुनिया की पांचवी बड़ी इकोनॉमी है। पैसेंजर व्हीकल मार्केट के रूप में देखें तो हम दुनिया में नंबर तीन पर हैं। आप कल्पना कीजिए कि जब भारत दुनिया की टॉप थ्री इकोनॉमी में शामिल होगा, तब हमारा ऑटो मार्केट कहां होगा। ‘विकसित भारत’ की यात्रा मोबिलिटी सेक्टर के भी अभूतपूर्व ट्रांसफॉर्मेशन के कई गुना विस्तार की यात्रा होने वाली है। भारत में मोबिलिटी के फ्यूचर को ड्राइव करने वाले कई फैक्टर्स हैं, जैसे भारत की सबसे बड़ी युवा आबादी, मिडिल क्लास का लगातार बढ़ता दायरा, तेजी से होता शहरीकरण, भारत में बन रहा आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर, ‘मेक इन इंडिया’ से अफॉर्डेबल व्हीकल, ये सारे फैक्टर्स भारत में ऑटो सेक्टर के ग्रोथ को पुश करने वाले हैं।

भारत में ऑटो इंडस्ट्री की विकास की संभावनाओं में ‘मेक इन इंडिया’ की मजबूती का भी बड़ा रोल

उन्होंने कहा कि भारत में ऑटो इंडस्ट्री की विकास की संभावनाओं में ‘मेक इन इंडिया’ की मजबूती का भी बड़ा रोल है। ‘मेक इन इंडिया’ अभियान को पीएलआई स्कीम से गति मिली है। इस स्कीम ने सवा दो लाख करोड़ से अधिक की सेल में मदद की है। इस स्कीम से ही इस सेक्टर में डेढ़ लाख से ज्यादा डायरेक्ट जॉब क्रिएट हुए हैं। आप अपने सेक्टर में तो जॉब क्रिएट करते ही हैं, इसका दूसरे सेक्टर्स में भी मल्टीप्लायर इफेक्ट होता है। बड़ी संख्या में ऑटो पार्ट्स हमारे एमएसएमई सेक्टर बनाते हैं, जो ऑटो सेक्टर को बढ़ाते हैं, तो एमएसएमई, लॉजिस्टिक्स, टूर और ट्रांसपोर्ट सेक्टर में भी नई जॉब अपने आप बढ़ने लग जाती है। भारत सरकार ऑटो सेक्टर को हर लेवल पर सपोर्ट दे रही है। बीते एक दशक में, इस इंडस्ट्री में, एफडीआई, टेक्नोलॉजी ट्रांसफर और ग्लोबल पार्टनरशिप के नए रास्ते बनाए गए हैं। पिछले चार सालों में इस सेक्टर में 36 बिलियन डॉलर से ज्यादा का एफडीआई आया है। आने वाले सालों में ये कई गुना और बढ़ने वाला है। हमारा प्रयास है कि भारत में ऑटो मैन्युफैक्चरिंग से जुड़ा पूरा इकोसिस्टम डेवलप हो।

देश के ऑटो उद्योग में पिछले वर्ष 12 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि

उन्होंने कहा कि आज का भारत आकांक्षा से भरा हुआ है, युवा ऊर्जा से भरा हुआ है। यही आकांक्षा हमें भारत की ऑटोमोटिव इंडस्ट्री में दिखाई देती है। बीते साल में भारत की ऑटो इंडस्ट्री करीब 12 प्रतिशत की ग्रोथ से आगे बढ़ी है। भारत में बनाओ, विश्व के लिए बनाओ के मंत्र पर चलते हुए अब निर्यात भी बढ़ रहा है। विकसित भारत की यात्रा, मोबिलिटी सेक्टर के भी अभूतपूर्व ट्रांसफॉर्मेशन की, कई गुना विस्तार की यात्रा होने वाली है।

किफायती वाहन भारत में ऑटो सेक्टर को बढ़ावा देंगे

प्रधानमंत्री ने कहा कि एक साल में करीब 2.5 करोड़ कारों की बिक्री से पता चलता है कि भारत में मांग कितनी तेजी से बढ़ रही है। यात्री वाहन बाजार की बात करें तो हम दुनिया में तीसरे स्थान पर हैं। एक समय भारत में कारों की कम बिक्री का कारण अच्छी गुणवत्ता वाली सड़कों की कमी थी लेकिन आज यह स्थिति बदल रही है। यात्रा की सुगमता अब भारत की बड़ी प्राथमिकता है। पिछले साल के बजट में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 11 लाख करोड़ रुपये से अधिक आवंटित किए गए थे। आज भारत में मल्टी-लेन राष्ट्रीय राजमार्गों का जाल है। नई राष्ट्रीय लॉजिस्टिक नीति के कारण भारत दुनिया का सबसे प्रतिस्पर्धी लॉजिस्टिक देश बनने जा रहा है। भारत में हर साल बिकने वाले वाहनों की संख्या कई देशों की जनसंख्या से भी अधिक है। पीएम मोदी ने कहा कि 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकल आए हैं और यह नव-मध्यम वर्ग वाहनों का संभावित खरीदार है। बढ़ता मध्यम वर्ग, तेजी से हो रहा शहरीकरण और किफायती वाहन भारत में ऑटो सेक्टर को बढ़ावा देंगे।

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में भारत के ऑटो सेक्टर में टाटा समूह के पूर्व अध्यक्ष रत्न टाटा और सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन के पूर्व चेयरमैन ओसामु सुजुकी के योगदान को याद किया। उन्होंने कहा, “आज, भारत के ऑटो सेक्टर के इस बड़े अवसर पर, मैं रतन टाटा और ओसामु सुजुकी को याद करना चाहूंगा। इन दोनों दिग्गजों ने ऑटो सेक्टर में भारतीय मध्यम वर्ग के सपने को पूरा करने में बहुत बड़ा योगदान दिया है। मुझे यकीन है कि उनकी विरासत भारत के पूरे मोबिलिटी सेक्टर को प्रेरित करती रहेगी।”

पिछले मोबिलिटी एक्सपो में अपने कथन को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछली बार जब वह एक्सपो में आए थे तब लोकसभा के चुनाव ज्यादा दूर नहीं थे। उस दौरान आपके सबके विश्वास के कारण कहा था कि अगली बार भी ‘भारत मोबिलिटी एक्सपो’ में जरूर आऊंगा। उन्होंने कहा कि देश ने तीसरी बार हमें आशीर्वाद दिया। 

इस वर्ष भारत में मोबिलिटी एक्सपो का दायरा काफी बढ़ गया है

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस वर्ष भारत में मोबिलिटी एक्सपो का दायरा काफी बढ़ गया है। पिछली बार 800 से ज्यादा प्रदर्शकों ने हिस्सा लिया, 1.5 लाख से ज्यादा लोगों ने विजिट किया। इस बार भारत मंडपम के साथ-साथ द्वारका के यशोभूमि और ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर में भी ये एक्सपो चल रहा है। आने वाले 5-6 दिनों में बहुत बड़ी संख्या में लोग यहां आएंगे। अनेक नई गाड़ियां भी यहां लॉन्च होने वाली हैं। ये दिखाता है कि भारत में गतिशीलता के भविष्य को लेकर कितनी सकारात्मकता है।

दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा आयोजन

इस मौके पर केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि आज भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 ऑटोमोबाइल और संबंधित व्यापार में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा आयोजन बन गया है। संपूर्ण एंड-टू-एंड मूल्य शृंखला एक साथ आ गई है। देश को प्रधानमंत्री मोदी के विजन का लाभ मिल रहा है। भारत आज तिपहिया वाहनों और ट्रैक्टरों का सबसे बड़ा निर्माता है। भारत वैश्विक स्तर पर दोपहिया वाहनों का सबसे बड़ा बाज़ार है।

केंद्रीय इस्पात एवं भारी उद्योग मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग में नवीनतम प्रगति को प्रदर्शित करता है, जिसमें पर्यावरण अनुकूल प्रौद्योगिकी और टिकाऊ गतिशीलता समाधानों पर जोर दिया जाता है। स्वच्छ परिवहन की आवश्यकता पहले कभी इतनी जरूरी नहीं थी। टिकाऊ परिवहन समाधानों को अपनाकर हम सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं, अपने कार्बन फुटप्रिंट को कम कर सकते हैं और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ और हरित भविष्य का निर्माण कर सकते हैं।

भारत का ऑटोमोबाइल उद्योग हमारी अर्थव्यवस्था में सबसे महत्वपूर्ण

उन्होंने कहा कि भारत का ऑटोमोबाइल उद्योग हमारी अर्थव्यवस्था में सबसे महत्वपूर्ण योगदानकर्ताओं में से एक है। वर्तमान में यह वैश्विक स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल बाज़ार है, यह राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 7 प्रतिशत उत्पन्न करता है और 3.7 करोड़ से अधिक लोगों को रोज़गार देता है।

उल्लेखनीय है कि भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो भारत का सबसे बड़ा मोबिलिटी एक्सपो है। यह एक्सपो नई दिल्ली में भारत मंडपम और यशोभूमि के अलावा ग्रेटर नोएडा में इंडिया एक्सपो सेंटर एवं मार्ट में तीन अलग-अलग स्थानों पर आयोजित किया जा रहा है। (इनपुट-आईएएनएस)

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आखरी अपडेट: 21st Jan 2025