प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मंगलवार सुबह ओडिशा स्थित भुवनेश्वर के जनता मैदान में ‘उत्कर्ष ओडिशा, मेक-इन-ओडिशा कॉन्क्लेव’ का उद्घाटन किया। कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा है, ”पूर्वी भारत देश के विकास में एक ग्रोथ इंजन है। इसमें ओडिशा की अहम भूमिका है।”
ग्लोबल ग्रोथ में भारत की बड़ी हिस्सेदारी
पीएम ने आगे जोड़ते हुए कहा, इतिहास साक्षी है, जब ग्लोबल ग्रोथ में भारत की बड़ी हिस्सेदारी थी, तब पूर्वी भारत का अहम योगदान था। पूर्वी भारत में देश के बड़े इंडस्ट्रियल हब थे, बड़े पोर्ट्स थे, ट्रेड हब थे। ओडिशा साउथ ईस्ट एशिया में होने वाले ट्रेड का प्रमुख सेंटर हुआ करता था। यहां के प्राचीन पोर्ट्स एक प्रकार से भारत के गेट-वे हुआ करते थे।
ओडिशा नए भारत के आशावाद और मौलिकता का प्रतीक
उन्होंने कहा, ओडिशा वास्तव में उत्कृष्ट है। ओडिशा नए भारत के आशावाद और मौलिकता का प्रतीक है। ओडिशा अवसरों की भूमि है और यहां के लोगों ने हमेशा बेहतर प्रदर्शन करने का जुनून दिखाया है।
भारत ग्रीन फ्यूचर और ग्रीन टेक पर कर रहा ध्यान केंद्रित
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, भारत ग्रीन फ्यूचर और ग्रीन टेक पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। सोलर-विंड-हाइड्रो हो, ग्रीन हाइड्रोजन हो ये विकसित भारत की एनर्जी सिक्योरिटी को पावर करने वाले हैं। पीएम मोदी ने कहा, 21वीं सदी के भारत के लिए ये दौर कनेक्टेड इंफ्रास्ट्रक्चर और मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी का है।
ओडिशा में पर्यटन की अपार संभावनाएं
उन्होंने कहा, ओडिशा में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। आज भारत का फोकस है- ‘वेड इन इंडिया’, आज भारत का मंत्र है- ‘हील इन इंडिया’ और इसके लिए ओडिशा का नेचर यहां की प्राकृतिक सुंदरता बहुत मददगार है।
कॉन्सर्ट इकोनॉमी से टूरिज्म बढ़ता है और जॉब्स क्रिएट होती है
पीएम ने कहा, युवा प्रतिभाओं के विशाल समूह और संगीत समारोहों के लिए विशाल दर्शक वर्ग के साथ, भारत में संगीत समारोह अर्थव्यवस्था के विकास की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने अपने शब्दों में कहा, दुनिया के बड़े-बड़े कलाकार, बड़े-बड़े आर्टिस्ट, भारत की तरफ आकृषित हो रहे हैं। कॉन्सर्ट इकोनॉमी से टूरिज्म भी बढ़ता है और बड़ी संख्या में जॉब्स क्रिएट होती है।
भारत करोड़ों लोगों की आकांक्षाओं से प्रेरित होकर विकास पथ पर बढ़ रहा आगे
पीएम मोदी ने कहा, आज भारत करोड़ों लोगों की आकांक्षाओं से प्रेरित होकर विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, आज भारत विकास के ऐसे पथ पर चल रहा है, जिसको करोड़ों लोगों की एस्पिरेशंस ड्राइव कर रही हैं। एआई.. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ही नहीं बल्कि एस्पिरेशंस ऑफ इंडिया हमारी ताकत है।
वहीं सम्मेलन में ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने प्रधानमंत्री मोदी की राज्य की लगातार यात्राओं पर प्रकाश डाला, उन्होंने कहा कि पिछले सात महीनों में यह उनकी पांचवीं यात्रा थी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री हमेशा ओडिशा के लिए महत्वपूर्ण पहल करते हैं और इस बार की घोषणा से राज्य के विकास में बड़ा बदलाव आएगा।
उल्लेखनीय है, ‘उत्कर्ष ओडिशा, मेक-इन-ओडिशा कॉन्क्लेव’ ओडिशा सरकार द्वारा आयोजित एक प्रमुख वैश्विक निवेश शिखर सम्मेलन है, जिसका उद्देश्य राज्य को पूर्वोदय विजन के केंद्र और भारत में एक प्रमुख निवेश गंतव्य और औद्योगिक केंद्र के रूप में स्थापित करना है। ओडिशा का लक्ष्य दो दिवसीय सम्मेलन के माध्यम से पांच लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश आकर्षित करना है, जिसमें 3.5 लाख रोजगार सृजन का अनुमान है।
ऐसे में इस कार्यक्रम में निवेश और व्यापार के अवसरों के लिए एक संपन्न केंद्र के रूप में राज्य की अपार क्षमता को प्रदर्शित किया गया है। राज्य एक बड़े औद्योगिक परिवर्तन के लिए तैयार हो रहा है, सम्मेलन का ध्यान औद्योगिक बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और 2036 तक ओडिशा को देश के शीर्ष पांच आर्थिक राज्यों में स्थान दिलाने पर केंद्रित है। भारत और 12 अन्य देशों के दूतों, निवेशकों और उद्योगपतियों सहित 7,000 से अधिक प्रतिनिधि इस शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे हैं।