प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि भारत कैरेबियाई देश में अपना फार्मा निर्यात बढ़ाना चाहता है। इस दिशा में भारत वहां ‘जन औषधि केंद्र’ स्थापित करने की योजना भी बना रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत और गुयाना दोनों देश वैश्विक संस्थानों के सुधार को लेकर अपने प्रयासों को आगे बढ़ाने को प्रतिबद्ध हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने गुयाना के राष्ट्रपति इरफान अली के साथ कैरेबियन गार्डन सिटी जॉर्जटाउन में एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए यह बातें कहीं।
भारत और गुयाना के बीच 10 समझौतों पर किए गए हस्ताक्षर
उल्लेखनीय है कि भारत और गुयाना ने स्वास्थ्य, हाइड्रोकार्बन, कृषि और संबद्ध मामलों के साथ कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए दस समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। चिकित्सा उत्पादों, जन औषधि योजना, सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम, गुयाना में यूपीआई प्रणाली लागू करने और प्रसार भारती और गुयाना के राष्ट्रीय संचार नेटवर्क के बीच प्रसारण के क्षेत्र में सहयोग पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इसके अलावा राष्ट्रीय रक्षा संस्थान, गुयाना और राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय, गुजरात के बीच भी समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली के बीच कल शाम जॉर्जटाउन में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद दोनों देशों के बीच समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए।
दोनों देश वैश्विक संस्थानों के सुधार की आवश्यकता पर सहमत
संयुक्त पत्रकार वार्ता में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रक्षा, खाद्य सुरक्षा और ऊर्जा सुरक्षा के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच सहयोग पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारत और गुयाना दोनों वैश्विक संस्थानों के सुधार की आवश्यकता पर सहमत हैं। उन्होंने आगे कहा कि “हमने अपने संबंधों को मजबूत करने के लिए कई नई पहलों की पहचान की है। भारत ने गुयाना में कौशल विकास और क्षमता निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। हमने पिछले साल बाजरा प्रदान करके खाद्य सुरक्षा में योगदान दिया है। अन्य फसलों की खेती में भारत लगातार सहायता करता रहेगा। कृषि को लेकर आज हुए समझौता ज्ञापन से हमारे प्रयासों को और मजबूती मिलेगी। साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि कि भारत कैरेबियाई देश में अपना फार्मा निर्यात बढ़ाएगा। इस दिशा में हम यहां ‘जन औषधि केंद्र’ स्थापित करने की योजना बना रहे हैं।
भारत की ऊर्जा सुरक्षा में गुयाना निभाएगा अहम भूमिका
हरित और टिकाऊ भविष्य के लिए भारत के दृष्टिकोण पर प्रकाश डालते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ऊर्जा के क्षेत्र में नई संभावनाओं को देखते हुए हम नेचुरल पार्टनर के रूप में आगे बढ़ेंगे। हमें उम्मीद है कि भारत की ऊर्जा सुरक्षा में गुयाना अहम भूमिका निभाएगा। इस संदर्भ में लॉन्ग टर्म पार्टनरशिप के लिए एक खाका तैयार किया जायेगा। साथ ही मोदी ने कहा कि गुयाना के आधारभूत संरचना विकास में भारत एक विश्वसनीय पार्टनर के रूप में योगदान देता रहा है। उन्हें खुशी है कि हमारे प्रयासों से ईस्ट बैंक ईस्ट कोस्ट रोड परियोजना का पहला चरण संपन्न होने जा रहा है।
भारत की यात्री और मालवाहक नौका से गुयाना के विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ी कनेक्टिविटी
पिछले वर्ष भारत द्वारा सप्लाई की गई यात्री और मालवाहक नौका से गुयाना के विभिन्न क्षेत्रों में कनेक्टिविटी बढ़ी है। टेक्नॉलजी में सहयोग बढ़ाते हुए हम अपने संबंधों को एक भविष्य की दिशा दे रहे हैं। भारत का डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर यानी इंडिया स्टैक सार्वजनिक सेवा वितरण में क्रांति लाने जा रहा है। साथ ही यह सुशासन और पारदर्शिता बढ़ाने का भी प्रभावी माध्यम है। टेक्नॉलजी के माध्यम से जन कल्याण सुनिश्चित करने का हमारा अनुभव हम गुयाना के साथ साझा करेंगे।
भारत और गुयाना के संबंध ऐतिहासिक
इस दौरान, अपने भव्य स्वागत को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति इरफान अली का हृदय से आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि 56 वर्षों के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री का गुयाना की यात्रा पर आना हमारे संबंधों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। पीएम मोदी ने कहा कि गुयाना के साथ मेरा निजी रूप से गहरा नाता रहा है। लगभग 24 वर्ष पहले एक सामान्य नागरिक रूप में उन्हें यहां आने का अवसर मिला था। भारत और गुयाना के संबंध कितने ऐतिहासिक और गहरे हैं, उसकी झलक उन्होंने उस वक्त देखी थी। आज प्रधानमंत्री के रूप में एक बार फिर यहां आना उनके लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति इरफान अली का भारत के साथ एक विशेष और अटूट नाता है। पिछले वर्ष उन्होंने मुख्य अतिथि के रूप में प्रवासी भारतीय दिवस की शोभा बढ़ाई। उनकी यात्रा से हर क्षेत्र में हमारे सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की प्रेरणा मिली थी। इसी सकारात्मक भाव से आगे बढ़ते हुए हम अपनी पारस्परिक लाभकारी साझेदारी की रचना कर रहे हैं। (इनपुट-हिंदुस्थान समाचार)