प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि आगामी नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और उत्तर प्रदेश में कनेक्टिविटी बढ़ेगी जिससे ‘जीवन की सुगमता’ को बढ़ावा मिलेगा। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर किए गए एक पोस्ट में, उन्होंने कहा उनकी सरकार लोगों के लिए उच्च गुणवत्ता वाले बुनियादी ढांचे को सुनिश्चित करने और समृद्धि को आगे बढ़ाने के लिए कनेक्टिविटी की शक्ति का लाभ उठाने के लिए कई कदम उठा रही है।
इससे पहले नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (एनआईएएल) ने नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए पहला उड़ान सत्यापन परीक्षण आयोजित किया। एनआईएएल ने अगले साल अप्रैल, 2025 में हवाई अड्डे के वाणिज्यिक उद्घाटन से पहले सोमवार को पहला उड़ान सत्यापन परीक्षण किया।
कल परीक्षणों के बीच नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरी पहली फ्लाइट
नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर चल रहे परीक्षणों के बीच जब पहली उड़ान उतरी तो इसे औपचारिक वाटर कैनन सलामी दी गई। दिल्ली से आई और दोपहर 1.30 बजे नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरी ट्रायल फ्लाइट में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) के अधिकारी और तकनीकी विशेषज्ञ सवार थे। यह एयरपोर्ट की तैयारी का परीक्षण करने में एक महत्वपूर्ण कदम था। परिचालन सुरक्षा और दक्षता सुनिश्चित करने के लिए टेक-ऑफ, उड़ान और लैंडिंग चरणों के दौरान ऑनबोर्ड टीम ने व्यापक तकनीकी डेटा एकत्र किया।
DGCA को भेजा जाएगा परीक्षण डेटा
परीक्षण के दौरान विमान ने जेवर में 3,900 मीटर लंबे रनवे पर उतरने से पहले 15 मिनट की उड़ान भरी। 5 मिनट के संक्षिप्त ठहराव के बाद विमान ने फिर से उड़ान भरी। एकत्रित डेटा को आगे के विश्लेषण के लिए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) को भेजा जाएगा। परीक्षण 15 दिसंबर तक जारी रहेंगे।
एयरपोर्ट से पहली वाणिज्यिक उड़ान अप्रैल 2025 में शुरू होने की उम्मीद
एयरपोर्ट से पहली वाणिज्यिक उड़ान अप्रैल 2025 में शुरू होने की उम्मीद है। एयरपोर्ट का लगभग 85 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। कोहरे की स्थिति में विमान की दृश्यता बढ़ाने वाले CAT-1 और CAT-3 इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (ILS) जैसे उन्नत सिस्टम पहले ही अक्टूबर में स्थापित और परीक्षण किए जा चुके हैं।
3.9 किलोमीटर लंबे रनवे का काम पूरा
3.9 किलोमीटर लंबे रनवे का काम पूरी तरह से पूरा हो चुका है। टर्मिनल बिल्डिंग का काम पूरा होने वाला है और छत की फिनिशिंग और उपकरण लगाने का काम चल रहा है। 38 मीटर ऊंचा एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) टावर पूरी तरह से चालू है।
यह हवाई अड्डा बनेगा एशिया का चौथा सबसे बड़ा हवाई अड्डा
ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट AG द्वारा संचालित, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का प्रबंधन अनुबंध 40 साल का होगा। अप्रैल में चालू होने के बाद, यह प्रतिदिन 65 उड़ानों को संभालेगा, जिसमें 62 घरेलू, 2 अंतर्राष्ट्रीय और एक कार्गो उड़ान शामिल है, जो सालाना 12 मिलियन यात्रियों को सेवा प्रदान करेगा। पूरा होने पर, यह हवाई अड्डा एशिया का चौथा सबसे बड़ा हवाई अड्डा बन जाएगा।