प्रतिक्रिया | Sunday, December 22, 2024

  • Twitter
  • Facebook
  • YouTube
  • Instagram

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बुधवार को रूस के कजान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। वास्तविक नियंत्रण रेखा से लगे क्षेत्रों में गश्त व्यवस्था पर दोनों देशों के बीच हुए समझौते की पृष्ठभूमि में यह बैठक काफी महत्वपूर्ण है। 

पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति के बीच पिछले पांच वर्षों में पहली व्यवस्थित बैठक

प्रधानमंत्री मोदी और चीनी राष्ट्रपति के बीच यह बैठक पिछले पांच वर्षों में पहली व्यवस्थित बैठक होगी। इसके अलावा पीएम मोदी ब्रिक्स सत्रों को भी संबोधित करेंगे। वहीं इससे पहले पीएम मोदी ने रूस और ईरान के राष्ट्रपतियों से द्विपक्षीय वार्ता की, जिसमें उन्होंने मुद्दों के शांतिपूर्ण समाधान की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि युद्ध से समाधान नहीं निकलता। 

इससे एक दिन पहले की रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ अपनी बैठक में पीएम मोदी ने जोर देते हुए कहा कि भारत रूस-यूक्रेन संघर्ष का शांतिपूर्ण समाधान निकालने में सहायता करने के लिए तैयार है। इस संबंध में विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने मीडियाकर्मियों को बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन को यूक्रेनी नेतृत्व के साथ अपनी बातचीत के बारे में जानकारी दी और कहा कि भारत क्षेत्र में शांति लाने में योगदान देने के लिए तैयार है। 

ईरान के राष्ट्रपति से भी पीएम मोदी ने की मुलाकात

इसके अलावा पीएम मोदी और ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान मुलाकात की और पश्चिम एशिया की स्थिति पर चर्चा की। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने मीडिया को बताया कि पीएम मोदी ने बढ़ते संघर्ष पर गहरी चिंता व्यक्त की और नागरिकों की सुरक्षा के लिए भारत के आह्वान को दोहराया। उन्होंने तनाव कम करने के लिए बातचीत और कूटनीति की आवश्यकता पर भी जोर दिया। 

विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने विस्तार से बताया कि दोनों नेताओं ने अफगानिस्तान पर भी चर्चा की और अफगानिस्तान के लोगों को मानवीय सहायता जारी रखने के साथ-साथ क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के महत्व को रेखांकित किया। 

पीएम मोदी ने ईरान के साथ सदियों पुराने द्विपक्षीय संबंधों को गहरा करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता की भी पुष्टि की। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि दोनों नेताओं ने चाबहार बंदरगाह और अंतर्राष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारे सहित सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों पर भी चर्चा की।  

आगंतुकों: 13454105
आखरी अपडेट: 22nd Dec 2024