सीरिया के अंतरिम आंतरिक मंत्रालय के 14 अधिकारी बुधवार को उत्तर-पश्चिमी प्रांत टार्टस में एक “विश्वासघाती हमले” में मारे गए और 10 अन्य घायल हो गए। यह जानकारी आंतरिक मंत्री मोहम्मद अब्दुल रहमान ने दी।
मारे गए अधिकारी अपनी ड्यूटी निभा रहे थे
स्थानीय अल-वतन अखबार के हवाले से सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, मंत्री ने हमलावरों को पूर्व सरकार के “अवशेष” बताया। मंत्रालय ने कहा कि मारे गए अधिकारी सुरक्षा बनाए रखने और नागरिकों की रक्षा करने के लिए अपनी ड्यूटी निभा रहे थे।
इससे पहले, यह रिपोर्ट किया गया था कि टार्टस प्रांत में हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) के नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन और स्थानीय सशस्त्र निवासियों और सुरक्षा कर्मियों के बीच हिंसक झड़पें हुईं।
लड़ाई खारबेट अल-मज्जा गांव में हुई
सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स की रिपोर्ट के मुताबिक, लड़ाई खारबेट अल-मज्जा गांव में तब शुरू हुई, जब स्थानीय लोगों ने सुरक्षा बलों द्वारा उनके घरों की जांच का विरोध किया, जिसके बाद सशस्त्र निवासियों ने एचटीएस से जुड़े एक वाहन में आग लगा दी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि सैन्य गठबंधन की यूनिट 82 और के9 दस्तों का एक बड़ा काफिला लताकिया प्रांत के पास के क्षेत्र की ओर बढ़ रहा है। इसमें यह भी बताया गया कि सीरिया के नए अधिकारियों का लक्ष्य उन सशस्त्र स्थानीय लोगों को पकड़ना है, जिन्हें वे “पिछले शासन के अवशेष” मानते हैं। उनका उद्देश्य जनसांख्यिकीय रूप से विविध इस क्षेत्र में किसी भी सांप्रदायिक अशांति को रोकना है।
देशभर में सांप्रदायिक तनाव बढ़ा
सीरिया में बशर अल-असद की सरकार के हालिया पतन के बाद कई महत्वपूर्ण घटनाओं ने देशभर में सांप्रदायिक तनाव को बढ़ा दिया है।बुधवार को अलेप्पो में अलावीट समुदाय के द्वारा पूजे जाने वाले एक मंदिर पर कथित हमले का वीडियो सामने आया, जिसके बाद विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए और जवाबदेही की मांग की जाने लगी।
नए अधिकारी धार्मिक प्रतीकों की रक्षा के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठा रहे
अलावीट समुदाय के लोगों ने चिंता जताई कि नए अधिकारी उनके धार्मिक प्रतीकों की रक्षा के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठा रहे हैं। इस बीच, सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि ऐसी घटनाओं को अलग-थलग करना जरूरी है और चेतावनी दी कि पूर्व सरकार के समर्थक सांप्रदायिक मतभेदों का फायदा उठाकर कलह फैला सकते हैं।
–आईएएनएस