भारत और चीन सीमा विवाद के स्थाई समाधान के लिए आज बुधवार को चीन की राजधानी बीजिंग में वार्ता होगी। बीजिंग में होने वाली इस विशेष प्रतिनिधि स्तर की वार्ता में भारत का प्रतिनिधित्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल करेंगे। वहीं चीन ने अपने विदेशमंत्री वांग यी को विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किया है।
बैठक में हिस्सा लेने के लिए अजीत डोभाल पहुंचे बीजिंग
गौरतलब हो, वार्ता के इस तंत्र को बहाल करने का निर्णय 23 अक्टूबर को रूसी शहर कजान में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच हुई बैठक में लिया गया था। इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए अजीत डोभाल बीते दिन मंगलवार को बीजिंग पहुंचे। विशेष प्रतिनिधि स्तर वार्ता पूर्वी लद्दाख स्थित वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अप्रैल-मई, 2020 से चल रहे मौजूदा तनाव को समाप्त करने के बाद शुरू की जा रही है।
अब तक 22 चरण की हो चुकी है बातचीत
विशेष प्रतिनिधि स्तर की वार्ता की व्यवस्था पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जुलाई, 2003 की बीजिंग यात्रा के दौरान की गई थी। इसका उद्देश्य यह था कि भारत-चीन के बीच सीमा विवाद का स्थाई समाधान हो सके। तब से अब तक 22 चरण की बातचीत हो चुकी है। डोभाल वर्ष 2014 से 2019 तक इस वार्ता में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
पांच वर्ष बाद हो रही है विशेष प्रतिनिधि स्तर की वार्ता
विशेष प्रतिनिधि स्तर की वार्ता पांच वर्ष बाद हो रही है। इसकी शुरुआत फिर करने की सहमति प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच अक्टूबर, 2024 में बनी थी। उसके बाद दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक हो चुकी है।