इस बार गणतंत्र दिवस परेड में भारतीय सेना अपनी स्वदेशी और आधुनिक सैन्य ताकत का प्रदर्शन करेगी। परेड में नाग मिसाइल सिस्टम, टी-90 भीष्म टैंक, सारथ टैंक, ब्रह्मोस मोबाइल लॉन्चर, चेतक ऑल टेरेन व्हीकल, बजरंग लाइट स्पेशलिस्ट वाहन, अग्निबाण मल्टीबैरल रॉकेट लॉन्चर जैसे अत्याधुनिक हथियार और वाहन देखने को मिलेंगे।
इसके अलावा, सेना कपिध्वज स्पेशलिस्ट मोबिलिटी वाहन, नंदीघोष क्विक रिएक्शन फोर्स वाहन, शॉर्ट ब्रिज सिस्टम, संजय बैटल फील्ड सर्विलांस सिस्टम और आकाश आर्मी लॉन्चर का भी प्रदर्शन करेगी। परेड की तैयारियों के लिए सेना के जवान लंबे समय से अभ्यास कर रहे हैं।
इस बार सिग्नल रेजिमेंट की महिला अधिकारी रितिका परेड का हिस्सा हैं। उन्होंने बताया कि परेड के लिए उनका मार्चिंग दल सुबह 4 बजे से अभ्यास शुरू करता है। रितिका ने कहा कि गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होना उनके लिए गर्व की बात है और यह उनकी कड़ी मेहनत का परिणाम है।
जम्मू और कश्मीर राइफल्स के मार्चिंग दल का नेतृत्व कर रहे मेजर विक्रमजीत सिंह इसे अपने और अपनी रेजिमेंट के लिए गर्व का क्षण बताया। उन्होंने कहा कि परेड में हिस्सा लेना न केवल उनके लिए, बल्कि पूरी रेजिमेंट और देश के लिए गौरव की बात है। उन्होंने उम्मीद जताई कि परेड देखकर युवा देश सेवा के लिए प्रेरित होंगे।
‘ब्रिगेड ऑफ द गॉड्स’ के अधिकारी रवींद्र भारद्वाज ने बताया कि उनका दल बेस्ट मार्चिंग दस्ते का खिताब जीतने के लिए पूरी मेहनत कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह उनके पूर्वजों की विरासत को आगे बढ़ाने का अवसर है और उनकी टीम पिछले चार-पांच महीनों से परेड की तैयारी कर रही है। गणतंत्र दिवस परेड भारतीय सेना की ताकत और आत्मनिर्भरता को प्रदर्शित करने का महत्वपूर्ण अवसर है, जो देशवासियों में गर्व और प्रेरणा का संचार करेगा।