तंबाकू उद्योग को बढ़ावा देने की दिशा में तंबाकू बोर्ड ने तमाम कदम उठाए हैं। जी हां, इनमें घरेलू और निर्यात दोनों ही मांगों को पूरा करने के लिए फसल के योजन और उत्पादन के रेगुलेशन को शामिल किया गया है। बोर्ड ने तंबाकू आयातक देशों के मानकों को पूरा करने के लिए किसानों को सहायता प्रदान की है।
किसानों की आय हुई दोगुनी से ज्यादा
ऐसे में देश का तंबाकू निर्यात पिछले पांच वर्ष में 87 फीसदी बढ़कर वित्त वर्ष 2023-24 में रिकॉर्ड 12,005.89 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया है, जबकि वित्त वर्ष 2019-20 में यह 6,408.15 करोड़ रुपये रहा था। इससे किसानों की आय भी दोगुनी से ज्यादा हो गई है। इस दौरान निर्यात मात्रा 218.84 मिलियन किलोग्राम से बढ़कर 315.51 मिलियन किलोग्राम हो गई है।
तंबाकू बोर्ड मना रहा अपना स्थापना दिवस
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार तंबाकू बोर्ड ने उद्योग की स्थिरता और विकास पर ध्यान केंद्रित किया है। तंबाकू बोर्ड अपना स्थापना दिवस मना रहा है। आंकड़ों के अनुसार फ्लू क्योर्ड वर्जीनिया (एफसीवी) तंबाकू से किसानों की आय वित्त वर्ष 2019-20 और वित्त वर्ष 2023-24 के बीच दोगुनी से ज्यादा हो गई है। वित्त वर्ष 2019-20 में यह 124 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जो वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़कर 279.54 रुपये हो गई है।
तंबाकू के लिए आईटी सक्षम इलेक्ट्रॉनिक नीलामी प्रणाली लागू की
बोर्ड की प्राथमिक भूमिका सुचारू कामकाज को सुनिश्चित करना, तंबाकू किसानों के लिए उचित और लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करना और निर्यात को बढ़ावा देना है। तंबाकू बोर्ड ने एफसीबी तंबाकू के लिए एक आईटी सक्षम इलेक्ट्रॉनिक नीलामी प्रणाली लागू की है।
तंबाकू किसानों के लिए कल्याणकारी उपाय भी शामिल
इसके अलावा भारत के तंबाकू निर्यात को बनाए रखने और उसमें सुधार के लिए निर्यात प्रोत्साहन गतिविधियां चलाई जा रही हैं। तंबाकू किसानों के लिए कल्याणकारी उपाय भी शामिल किए गए हैं। जरूरत के समय में आसान अनुदान और ऋण के रूप में वित्तीय राहत प्रदान की जा सकती है।
भारत दुनिया में तंबाकू का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक
चीन के बाद भारत दुनिया में तंबाकू का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। इसके साथ ही भारत दुनिया में चीन, ब्राजील और जिम्बाब्वे के बाद एफसीवी तम्बाकू का चौथा सबसे बड़ा उत्पादक है। भारत ब्राजील के बाद अनिर्मित तम्बाकू (मात्रा के संदर्भ में) का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक भी है। 2023-24 के दौरान भारत ने 12000 करोड़ रुपये का तंबाकू निर्यात किया है।