प्रतिक्रिया | Thursday, April 24, 2025

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आने वाले दशकों में बड़े स्तर पर भारतीयों का जीवन स्‍तर बदलेगा: केंद्रीय वित्त मंत्री

भारत अगले पांच साल में अपने प्रति व्यक्ति आय को करीब दोगुना कर लेगा। यह बात केंद्रीय वित्त और कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कही। 

कौटिल्य आर्थिक सम्मेलन में केंद्रीय वित्त मंत्री ने रखे ये विचार  

केंद्रीय वित्त मंत्री सीतारमण ने नई दिल्ली के ताज पैलेस होटल में आयोजित कौटिल्य आर्थिक सम्मेलन (केईसी) के तीसरे संस्करण के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले 10 साल में सरकार द्वारा किए गए संरचनात्मक सुधारों से आने वाले दशकों में आम आदमी के जीवन स्तर में सबसे तेज वृद्धि होगी। हाल के दशक में भारत का महत्वपूर्ण आर्थिक प्रदर्शन पांच वर्षों में उसके 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था तक पहुंचने में साफ नजर आता है। 

भारत के बैंकिंग क्षेत्र को लेकर कही ये बात 

वित्त मंत्री ने कहा कि भारत के बैंकिंग क्षेत्र की सुदृढ़ता और लचीलापन, परिसंपत्ति गुणवत्ता सुधार, खराब ऋणों के लिए बेहतर प्रावधान, निरंतर पूंजी पर्याप्तता और लाभप्रदता में वृद्धि पर निरंतर नीतिगत ध्यान द्वारा समर्थित है। उन्होंने कहा कि एनपीए अनुपात कई वर्षों के निचले स्तर पर है, बैंकों के पास अब कुशल ऋण वसूली तंत्र हैं। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करना कि वित्तीय प्रणाली स्वस्थ बनी रहे और चक्र लंबे समय तक चले, हमारी एक और मुख्य नीतिगत प्राथमिकता है। इस अवसर पर 15वें वित्त आयोग के अध्यक्ष एवं सांसद एनके सिंह भी मौजूद रहे। 

4-6 अक्टूबर तक चलेगा कौटिल्य आर्थिक सम्मेलन

वित्त मंत्रालय के साथ साझेदारी में आर्थिक विकास संस्थान द्वारा आयोजित कौटिल्य आर्थिक सम्मेलन (केईसी) का तीसरा संस्करण 4-6 अक्टूबर तक चलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम करीब 6:30 बजे इस सम्मेलन शामिल होंगे और इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करेंगे। वहीं, केंद्रीय विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर समापन भाषण देंगे, जबकि भूटान के वित्त मंत्री ल्योनपो लेके दोरजी भी सम्मेलन को संबोधित करेंगे।

करीब 150 राष्ट्रीय व अंतरराष्‍ट्रीय शिक्षाविद् और नीति निर्माता चर्चा के लिए हुए एकजुट

उल्‍लेखनीय है कि कौटिल्य आर्थिक सम्मेलन में करीब 150 राष्ट्रीय और अंतरराष्‍ट्रीय शिक्षाविद् और नीति निर्माता भारतीय अर्थव्यवस्था और वैश्विक दक्षिण की अर्थव्यवस्थाओं के सामने आने वाले कुछ सबसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक साथ आए हैं। (इनपुट-हिंदुस्थान समाचार)

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आखरी अपडेट: 24th Apr 2025