केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भारत विरोधी संगठनों और नेटवर्क का पता लगाने के लिए मित्र देशों के साथ खुफिया समन्वय रणनीति विकसित करने की आवश्यकता पर बल दिया है। नई दिल्ली में 37वें इंटेलिजेंस ब्यूरो शताब्दी समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे पर हमले, साइबर हमले, सूचना युद्ध और युवाओं के कट्टरपंथी करण जैसी चुनौतियों का सामना करने के लिए समाधान खोजने के लिए अलग सोच की आवश्यकता है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने भारत विरोधी संगठनों का पता लगाने के लिए मित्र देशों के साथ खुफिया समन्वय रणनीति विकसित करने की आवश्यकता पर दिया बल
इंटेलिजेंस ब्यूरो की कार्य पद्धति, सतर्कता, सजगता और त्याग और समर्पण की परंपरा के कारण ही आज देश सुरक्षित है
उन्होंने कहा, पिछले 10 वर्षों में भारत एक क्षेत्रीय नेता से वैश्विक नेता के रूप में परिवर्तित हो गया है, जिसने दुनिया भर में कूटनीति, अर्थशास्त्र और सुरक्षा की दिशा को आकार दिया है। इंटेलिजेंस ब्यूरो की प्रशंसा करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि आईबी की कार्य पद्धति, सतर्कता, सजगता, त्याग और समर्पण की परंपरा के कारण आज देश सुरक्षित है।
पीएम मोदी के नेतृत्व में सुरक्षा एजेंसियों ने देश में विभिन्न खतरों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ी है
उन्होंने यह भी कहा कि महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे पर हमले, साइबर हमले, सूचना युद्ध, रासायनिक युद्ध और युवाओं के कट्टरपंथीकरण जैसी चुनौतियों का सामना करते हुए हमें समाधान खोजने के लिए “आउट ऑफ द बॉक्स” सोचना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सुरक्षा एजेंसियों ने पिछले पांच वर्षों में निर्णायक लड़ाई लड़कर देश के लिए विभिन्न खतरों पर प्रभुत्व स्थापित किया है।
खुफिया और कानून प्रवर्तन एजेंसियों को एआई और मशीन लर्निंग का उपयोग बढ़ाना चाहिए
गृह मंत्री ने बताया कि किसी भी सुरक्षा एजेंसी की सफलता उसके कार्यबल और अपने कर्मियों को प्रशिक्षित करने की क्षमता पर आधारित होती है। साथ ही उन्होंने गलत सूचनाओं का मुकाबला करने के लिए एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र बनाने की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में खुफिया और कानून प्रवर्तन एजेंसियों को एआई और मशीन लर्निंग का उपयोग बढ़ाना चाहिए।
देश की सुरक्षा के लिए एक व्यापक रोडमैप तैयार करना चाहिए
गृह मंत्री ने कहा कि 2047 तक पूर्ण विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सुरक्षा एजेंसियों को सभी संभावित खतरों की कल्पना करनी चाहिए और उनसे देश की सुरक्षा के लिए एक व्यापक रोडमैप तैयार करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी के लिए ब्लॉकचेन विश्लेषण उपकरणों का उपयोग करने का समय आ गया है। उन्होंने फर्जी कॉल और फर्जी ईमेल के खिलाफ त्वरित और निर्णायक कार्रवाई करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला और कहा कि देश के दुश्मन इन तरीकों से जनता के बीच भय और आतंक का माहौल बनाने में सफल हो रहे हैं। (इनपुट-हिंदुस्थान समाचार)