प्रतिक्रिया | Sunday, February 23, 2025

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केंद्रीय इस्पात एवं भारी उद्योग मंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने 6 जनवरी को नई दिल्ली में विशेष इस्पात के लिए पीएलआई योजना के दूसरे दौर का शुभारंभ किया, जिसे पीएलआई योजना 1.1 कहा गया है। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री कुमारस्वामी ने कहा कि इस्पात मंत्रालय ने 5 उत्पाद श्रेणियों के लिए विशेष इस्पात के लिए पीएलआई योजना 1.1 शुरू की है, जो मौजूदा पीएलआई योजना के समान है। ‘पीएलआई योजना 1.1’ 6 जनवरी से 31 जनवरी, 2025 तक खुली रहेगी।

स्पेशियलिटी स्टील के लिए पीएलआई योजना ने स्पेशियलिटी स्टील के उत्पादन में आत्मनिर्भरता विकसित करने के मुद्दे को सबसे आगे ला दिया है। स्पेशियलिटी स्टील के आयात में कमी, क्षमता निर्माण के माध्यम से ‘आत्मनिर्भरता’ प्राप्त करने, रोजगार सृजन के लिए निवेश सुनिश्चित करने और स्टील व्यवसाय में मूल्य श्रृंखला को आगे बढ़ाने से देश को लाभ होगा।

एच.डी. कुमारस्वामी ने उम्मीद जताई कि उद्योग ब्रांड इंडिया में निवेश करने और उसे मजबूत बनाने, आयात कम करने और भारत को वैश्विक इस्पात महाशक्ति के रूप में स्थापित करने के लिए सक्रिय रूप से भाग लेगा।

वहीं, इस्पात मंत्रालय के सचिव संदीप पौंड्रिक ने बताया कि पीएलआई योजना 1.1 को वित्त वर्ष 2025-26 से वित्त वर्ष 2029-30 की उत्पादन अवधि के दौरान लागू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पीएलआई योजना 1.1 मौजूदा पीएलआई योजना के अनुरूप पांच (5) उत्पाद श्रेणियों को कवर करती है, अर्थात् लेपित/प्लेटेड स्टील उत्पाद, उच्च शक्ति/पहनने के लिए प्रतिरोधी स्टील, विशेष रेल, मिश्र धातु स्टील उत्पाद और स्टील तार तथा विद्युत स्टील। इन उत्पादों का उपयोग सफेद वस्तुओं से लेकर ट्रांसफार्मर से लेकर ऑटोमोबाइल और अन्य विशिष्ट क्षेत्रों तक में व्यापक रूप से किया जाता है। यह योजना मूल रूप से योजना के लिए आवंटित निधियों, यानी 6,322 करोड़ रुपये के भीतर संचालित होगी।

उद्योग जगत की प्रतिक्रिया के आधार पर पीएलआई नियमों में बदलाव किए गए हैं। सभी कंपनियों को नई मिलें लगाने की ज़रूरत नहीं होगी। गुणवत्तापूर्ण स्टील उत्पादन, ऊर्जा दक्षता और अन्य प्रक्रिया सुधारों के महत्व को समझते हुए, मौजूदा क्षमताओं के विस्तार में निवेश करने वाली कंपनियों को इस योजना में भाग लेने की अनुमति दी जाएगी।

इस्पात मंत्रालय ने 29 जुलाई, 2021 को ₹ 6,322 करोड़ के बजटीय परिव्यय के साथ विशेष इस्पात के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के पहले दौर को अधिसूचित किया। विशेष इस्पात के लिए पीएलआई योजना का उद्देश्य देश के भीतर मूल्यवर्धित इस्पात ग्रेड के विनिर्माण को बढ़ावा देना और भारतीय इस्पात उद्योग को प्रौद्योगिकी के मामले में परिपक्व होने के साथ-साथ मूल्य श्रृंखला में आगे बढ़ने में मदद करना है। इससे इन ग्रेड के आयात में भी कमी आएगी और यह आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक कदम होगा।

उल्लेखनीय है, आवेदन की अवधि 6 जनवरी 2025 से शुरू होकर 31 जनवरी 2025 तक है। पोर्टल खुलने के बाद (यानी 6 जनवरी 2025) किए गए निवेश को योजना में भागीदारी के लिए गिना जाएगा।

 

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आखरी अपडेट: 23rd Feb 2025