क्रिकेट की पिचों को और बेहतर बनाने के लिए बीसीसीआई अब हाइब्रिड आर्टिफिशियल ग्रास का इस्तेमाल कर रहा है। अब देशभर के मैदानों में पांच फीसदी हाइब्रिड आर्टिफिशियल ग्रास वाली प्रैक्टिस पिचें तैयार की जाएंगी ताकि पूरा मैदान हरा भरा दिखे। पिचों के अलावा मैदान के संवेदनशील क्षेत्रों में यह ग्रास लगाई जाएगी। इसी कड़ी में हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एचपीसीए) स्टेडियम में सोमवार को भारत की पहली हाइब्रिड पिच का अनावरण किया गया।
आर्टिफिशियल ग्रास से रनिंग एरिया में सबसे अधिक फायदा
धर्मशाला स्टेडियम के अंदर चार अभ्यास पिचों के रनर अप एरिया व प्रैक्टिस पिचों सहित अभ्यास नेट प्रैक्टिस की चार पिचों में भी आर्टिफिशियल ग्रास लगाई गई है। यह ग्रास नेचुरल ग्रास जैसी ही दिखती है। इसका सबसे अधिक फायदा यह होगा कि मैदान में कहीं भी चकते नहीं दिखेंगे। खासकर गेंदबाजों के रनिंग एरिया में इस ग्रास के लगाने का सबसे अधिक फायदा होने वाला है। आईपीएल के अध्यक्ष व एचपीसीए के डायरेक्टर अरुण धूमल ने धर्मशाला में कहा कि बीसीसीआई की ओर से साल भर क्रिकेट के विभिन्न टूर्नामेंट करवाए जाते है। इसके चलते ही अब पांच प्रतिशत हाइब्रिड आर्टिफिशियल ग्रास का एलिमेंट मैदान के लिए रखे गए हैं। अरुण ने कहा कि धर्मशाला में हाईब्रिड पिचों को उपयोग में लाया जा रहा है।
आईपीएल मैच में आउटफील्ड की विश्व भर के खिलाड़ी सराह रहे
चेयरमैन ने कहा कि धर्मशाला में बहुत अधिक बारिश होती है, ऐसे में बारिश का पिचों पर भी बहुत अधिक प्रभाव पड़ता है। लेकिन एचपीसीए की ओर से अब सव एयर सिस्टम भी स्थापित किया गया है, जिससे बारिश के बाद 10 से 15 मिनट में पानी को सुखाने की क्षमता भी है। उन्होंने कहा कि अब हाइब्रिड पिच धर्मशाला में स्थापित होने से और बेहतर हो सकेगी। हाल ही के वनडे वर्ल्ड कप में धर्मशाला की आउटफील्ड को लेकर आलोचना भी हुई थी, जबकि उसके बाद टेस्ट व आईपीएल मैच में अब आउटफील्ड की विश्व भर के खिलाड़ी सराह रहे है, जिसमें रनिंग एरिया में हाइब्रिड तकनीक का इस्तेमाल किया गया है।
क्रिकेट में नए सुधार करने के लिए लगातार प्रयासरत
इस दौरान एसआईएस (सिस) के इंटरनेशनल क्रिकेट डायरेक्टर एवं इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर पॉल टेलर ने कहा कि वह भी इंग्लैंड की तरफ से क्रिकेट खेल चुके हैं। ऐसे में क्रिकेट में नए सुधार करने के लिए लगातार प्रयासरत रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके तहत ही इंग्लैंड सहित कई देशों में भी हाइब्रिड पिचों को बना चुके हैं। उन्होंने कहा कि हाई ब्रिड पिच बनाने के लिए किसी भी तरह की कंक्रीट का इस्तेमाल नहीं करते है, इसमें आर्टिफिशियल ग्रास को मैदान में जमीन के अंदर स्थापित किया जाता है। टेलर ने कहा कि गेंदबाजी करते हुए रनरअप व विकेटकीपर के खड़े होने के स्थान पर भी आर्टिफिशियल ग्रास लगाई जा रही है, जिससे काफी अधिक मैदान एक तरह का बना रहता है, और खिलाडिय़ों के खेल में निखार आता है।
कई देशों में हो रही आर्टिफिशियल ग्रास से पिच तैयार
उन्होंने कहा कि धर्मशाला स्टेडियम में भी मैदान में मुख्य पिच के साथ अभ्यास करने वाली चार पिचों और गेंदबाजी के रनिंग एरिया में भी आर्टिफिशियल ग्रास लगाई गई है। साथ ही अभ्यास नेट प्रेक्टिस एरिया में भी चार पिचों को हाइब्रिड तकनीक से आर्टिफिशियल ग्रास लगाया गया है। इसके अलावा विश्वभर के मैदानों में आर्टिफिशियल ग्रास से पिचों को तैयार कर चुके हैं, जिसमें यूके की अधिकतर पिचें शामिल है, जबकि भारत में पहली बार हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला स्टेडियम में पिचें स्थापित की गई हैं। इस दौरान आईपीएल डायरेक्टर ने पिचों की क्वालिटी भी मीडिया को प्रदर्शित की, और उन्होंने बल्लेबाजी करते हुए शॉट भी लगाए।