हर-हर महादेव के साथ उत्तराखंड स्थित विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम के कपाट भक्तों के लिए खुल गए हैं। प्रमुख 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक हिमालय में बिराजे श्री केदारनाथ धाम के कपाट आज सुबह पूरे विधि-विधान और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ खुल गए। मंदिर के कपाट खुलने के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और उनकी पत्नी बाबा केदारनाथ के दर्शन के लिए मौजूद रहे।
भक्तों से स्वच्छता का विशेष ध्यान रखने की अपील
इससे पहले आज सुबह मुख्यमंत्री ने इस संबंध में एक्स हैंडल पर लिखा-”जय बाबा केदार! आप सभी भक्तजनों का चारधाम यात्रा 2024 में हार्दिक स्वागत और अभिनंदन। आप सभी से अनुरोध है कि यात्रा के दौरान स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग करने से बचें। हमारी सरकार द्वारा चारधाम आने वाले बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।”
उन्होंने लिखा है, ”आज अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर श्री केदारनाथ धाम, श्री यमुनोत्री धाम एवं श्री गंगोत्री धाम के कपाट पूर्ण विधि-विधान के साथ दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे। आप समस्त श्रद्धालुओं का चारधाम यात्रा हेतु हार्दिक स्वागत एवं अभिनन्दन।”
श्री केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट अक्षय तृतीया पर खुले
चारधाम यात्रा की ख्वाहिश रखने वालों का इंतजार अब खत्म हो चुका है। ऐसे में देश-दुनिया के श्रद्धालुओं की प्रसन्नता का ठिकाना नहीं है। भक्तों के बीच इन पवित्र धामों के दर्शन की उत्सुकता बनी हुई है। अब जगविख्यात श्री केदारनाथ धाम और श्री बद्रीनाथ धाम श्रद्धालुओं की भक्ति से सराबोर होने वाला है। चारधाम के लिए अब तक 2276969 यात्री ऑनलाइन पंजीकरण करा चुके हैं।
10 मई से श्री केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट अक्षय तृतीया की शुभ घड़ी में श्रद्धालुओं के लिए खुल जाएंगे। वहीं, 12 मई से श्री बद्रीनाथ का दरबार भी बद्री-विशाल के जयकारों से गूंजने वाला है। ये पवित्र स्थल सज-धजकर तैयार हो चुके हैं। वहीं मंदिर समिति इन्हें संवारने में लगी है।
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 22 लाख के पार
देखा जाए तो इन धामों की यात्रा शुरू होने से पहले इनकी बुकिंग का आंकड़ा नए रिकॉर्ड बना रहा है। मई महीने के पहले सप्ताह तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 22 लाख के पार चला गया है। गुरुवार शाम तक कुल 2276969 यात्री ऑनलाइन पंजीकरण कराए हैं। इसी वजह से मई में बुकिंग फुल हो चुकी है। इस बार केदारनाथ यात्रा के लिए सात लाख 83 हजार 107 लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है। जबकि बद्रीनाथ के लिए छह लाख 83 हजार 424 लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है। वहीं, गंगोत्री के लिए चार लाख छह हजार 263 और यमुनोत्री के लिए तीन लाख 56 हजार 134 तो हेमकुंड साहिब के लिए चार लाख आठ हजार 41 लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है।
ऑफलाइन पंजीकरण के लिए हरिद्वार और ऋषिकेश में काउंटर
वहीं बगैर पंजीकरण के यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आठ मई से हरिद्वार और ऋषिकेश में ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा शुरू हो गई है। पर्यटन विभाग की ओर से ऑफलाइन पंजीकरण के लिए जो व्यवस्था लागू की गई है, उसके अनुसार ऋषिकेश सेंटर से प्रत्येक दिन प्रत्येक धाम के लिए 1000 कुल 4000 पंजीकरण किए जाने हैं। जबकि हरिद्वार सेंटर से प्रति धाम 500 कुल 2000 पंजीकरण किए जाने हैं। कुल 18 पंजीकरण काउंटर खोले गए हैं। उम्मीद की जा रही है कि ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन से भी तीर्थयात्रियों की संख्या में इजाफा होगा।
बद्री-केदार मंदिर में रील न बनाने की अपील
बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की है। उन्होंने कहा है कि श्रद्धालु यात्रा पर आएं तो भक्ति भाव से दर्शन करें। मंदिरों में रील बनाने से बचें। उन्होंने कहा कि बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम में दर्शन के लिए इस बार प्रक्रिया को सरल बनाया जा रहा है। खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी यात्रा को लेकर लगातार फीडबैक ले रहे हैं। उन्होंने यात्रियों से व्यवस्थाएं बनाने में सहयोग करने की अपील की है।