प्रतिक्रिया | Sunday, November 17, 2024

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फरवरी में थोक महंगाई में मिली राहत, घटकर आई 0.20 फीसदी पर

फरवरी में खुदरा के बाद अब थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित थोक महंगाई यानी Wholesale Inflation दर मामूली गिरावट के साथ चार महीने के निचले स्तर 0.20 फीसदी पर आ गई है। इससे पहले जनवरी में थोक महंगाई दर 0.27 फीसदी रही थी। 

सालाना आधार पर 0.07 फीसदी की गिरावट 

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने गुरुवार को जारी आंकड़ों में बताया कि थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित थोक महंगाई दर फरवरी में सालाना आधार पर 0.07 फीसदी की गिरावट के साथ 0.20 फीसदी पर पहुंच गई है। इससे पहले जनवरी में थोक महंगाई दर 0.27 फीसदी थी। दिसंबर में यह 0.73 फीसदी थी, जबकि नवंबर में 0.26 फीसदी और अक्टूबर में -0.52 फीसदी रही थी।

आंकड़ों के मुताबिक खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर फरवरी में 6.95 फीसदी रही है, जबकि जनवरी में यह दर 6.85 फीसदी रही थी। सब्जियों की महंगाई दर फरवरी में मामूली बढ़कर 19.78 फीसदी पर पहुंच गई है, जबकि जनवरी में यह 19.71 फीसदी रही थी। दालों की थोक महंगाई दर फरवरी में 18.48 फीसदी रही है, जो जनवरी में 16.06 फीसदी थी। इसके अलावा प्राथमिक वस्तुओं की महंगाई फरवरी में बढ़कर 4.49 फीसदी हो गई, जो इससे पिछले महीने जनवरी में 3.84 फीसदी थी।

इसलिए रही थोक मुद्रास्फीति की सकारात्मक दर

मंत्रालय के मुताबिक फरवरी, 2024 में थोक मुद्रास्फीति की सकारात्मक दर मुख्य रूप से खाद्य पदार्थों, कच्चे तेल और नेचुरल गैस, बिजली, मशीनरी और उपकरण और मोटर वाहनों, ट्रेलरों तथा सेमी-ट्रेलरों आदि की कीमतों में वृद्धि के कारण है। फरवरी महीने में आनुक्रमिक मूल्य सूचकांक में 0.07 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है, जबकि इससे एक महीने पहले इसमें 0.33 फीसदी की गिरावट आई थी। 

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) की ओर से एक दिन पहले जारी आंकड़ों के अनुसार खुदरा महंगाई दर फरवरी में मामूली गिरावट के साथ 5.09 फीसदी रही थी।

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आखरी अपडेट: 17th Nov 2024