उच्च रक्तचाप या हाइपरटेंशन एक ऐसा नाम है, जिससे 10 में से 7 लोग पीड़ित होते हैं। इसके कोई प्रत्यक्ष लक्षण भी नहीं होते इसीलिए तो हाइपरटेंशन को ‘साइलेंट किलर’ की संज्ञा भी दी जाती है। इसकी चपेट में आकर जब मरीज डॉक्टर के यहां पहुंचते हैं तो उन्हें गोलियां खानी पड़ती है। हालांकि, डॉक्टर्स खुद कुछ ऐसी सलाह देते हैं, जिससे बिना दवा के इसे नियंत्रित किया जा सकता है।
आप रक्तचाप को कम कर हृदय रोग के खतरे को भी कम कर सकते हैं
17 मई को विश्व उच्च रक्तचाप दिवस है। उच्च रक्तचाप की समस्या आमतौर पर तब तक सामने नहीं आती जब तक कि यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण न बन जाए। घर पर रक्तचाप की नियमित निगरानी करने की सलाह के साथ डॉक्टर कुछ आसान सी चीजों को दिनचर्या में शामिल करने की सलाह देते हैं। इससे आप रक्तचाप को कम कर हृदय रोग के खतरे को भी कम कर सकते हैं।
जीवनशैली में बदलाव उच्च रक्तचाप के इलाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं
जीवनशैली में बदलाव उच्च रक्तचाप के इलाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। स्वस्थ जीवनशैली के साथ रक्तचाप को नियंत्रित करने से दवा की जरूरत को रोका या कम किया जा सकता है। ‘क्लीवलैंड क्लिनिक’ में छपी एक रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार, वजन को कम करके, नियमित व्यायाम को अपनाकर, स्वस्थ आहार के साथ नमक या सोडियम का कम इस्तेमाल करने के साथ ही कुछ और भी चीजों को शामिल कर हाइपरटेंशन को बाय-बाय कह सकते हैं। इसके लिए इन बातों पर ध्यान देना जरूरी है।
उच्च रक्तचाप की बड़ी वजह बढ़ा हुआ वजन होता है
वजन कम करें, डॉक्टर बताते हैं कि उच्च रक्तचाप की बड़ी वजह बढ़ा हुआ वजन होता है। ज्यादा वजन होने से सोते समय सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। इस समस्या को मेडिकल साइंस में ‘स्लीप एपनिया’ कहते हैं, जो रक्तचाप की समस्या को बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभाता है। वजन कम करना रक्तचाप को नियंत्रित करने के सर्वोत्तम उपायों में से एक माना जाता है।
नियमित रूप से व्यायाम करने से रक्तचाप की समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है
नियमित व्यायाम करें, नियमित रूप से व्यायाम करने से रक्तचाप की समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है। नियमित रूप से कम से कम 20 से 30 मिनट तक योग या ध्यान करना चाहिए। आजकल की अनियमित दिनचर्या और अनहेल्दी आहार से रक्तचाप की समस्या अपनी गहरी पकड़ बना चुकी है। ऐसे में मोटे अनाज, फल, सब्जियां खाने और कम वसा, कोलेस्ट्रॉल वाले भोजन का सेवन रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है। हाइपरटेंशन से पीड़ित लोगों को अपने आहार में नमक और सोडियम का इस्तेमाल कम करना चाहिए। नियमित रूप से आहार में सोडियम की कम मात्रा दिल और पूरे शरीर को फिट रखती है और रक्तचाप को बेहतर बनाती है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि रात में नींद पूरी तरह से ली जाए तो काफी हद तक रक्तचाप की समस्या को कम किया जा सकता है
शराब और धूम्रपान का सेवन न करें, शराब या धूम्रपान को इग्नोर करके रक्तचाप को नियंत्रित किया जा सकता है। शराब पीने से रक्तचाप कई पॉइंट तक बढ़ सकता है। विज्ञान भी मानता है कि धूम्रपान से रक्तचाप बढ़ता है। धूम्रपान छोड़ने से रक्तचाप कम करने में मदद मिलती है।विशेषज्ञों का मानना है कि यदि रात में नींद पूरी तरह से ली जाए तो काफी हद तक समस्या को कम किया जा सकता है। रात में सात घंटे से कम नींद लेना उच्च रक्तचाप में बड़ी भूमिका निभा सकता है। नींद में खलल डालने वाली चीजों से दूर रहें। इसके लिए सोने से पहले मोबाइल, टीवी या तेज रोशनी वाली चीजों से दूर रहें।
मनोवैज्ञानिक मानते हैं कि हमारी सकारात्मकता और नकारात्मकता शरीर पर काफी असर डालते हैं
इसके अलावा मनोवैज्ञानिक मानते हैं कि हमारी सकारात्मकता और नकारात्मकता शरीर पर काफी असर डालते हैं। इसलिए तनाव से दूर रहें, ज्यादा से ज्यादा पॉजिटिव विचार रखें, किताबें, लेख आदि पढ़ें और साथ ही घर पर ही अपना रक्तचाप नियमित रूप से ट्रैक करते रहें। अपने कोलेस्ट्रॉल और ग्लूकोज को भी नियंत्रित रखें। डॉक्टरों का मानना है कि ये छोटे-छोटे मगर काम की चीजों को दिनचर्या में शामिल करके हम बड़े बदलाव ला सकते हैं, जो हमारे शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। (इनपुट-आईएएनएस)